गिरिडीह के बगोदर में भीषण सड़क हादसा हुआ है। यहां घाघरा साइंस कॉलेज के पास आर्मी बस पलट गई है। यहां CRPF के जवानों से भरी बस पलट गई।
देश के सातवें और झारखंड के चौथे चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। उम्मीदवार 7 मई से लेकर 14 मई तक नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
कई ग्राहकों और प्रतिष्ठित मेहमानों को बुलाया गया। केक काटने की समारोहित ख्याति द बुटीक के मालिक ने सभी मेहमानों को तारीफ की जिन्होंने इस यात्रा में उनका साथ दिया। उन्होंने उन सभी लोगों का धन्यवाद भी किया जिन्होंने इस दिन को और भी खास बनाया
यशस्विनी ने कहा कि मैं आज प्रत्याशी के तौर पर अपना परिचय देती हूं। मैं झारखंड की बेटी हूं। मैं खतियानी हूं। मैं वकालत बाहर की। मुझे समझ में आया कि मुझे लोगों की मदद करनी है।
बच्ची दादी के मायके में शादी समारोह में शामिल होने गई थी। परिवार के लोग कार्यक्रम में शामिल होकर वापस घर लौटने की तैयारी कर रहे थे। इसी क्रम में बच्ची अचानक लापता हो गई।
द फॉलोअप की टीम जिला मुख्यालय से महज 18 किलोमीटर दूर ठेठईटांगर प्रखंड के घुटबहार बांडिंग टोली गांव पहुंची। आजादी के 7 दशक बाद भी इस गांव में बिजली नहीं पहुंची।
रांची लोकसभा क्षेत्र से इंडिया गठबंधन की कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय 6 मई को नामांकन दाखिल करने वाली है। यशस्विनी जुलूस यात्रा निकालकर रांची समाहरणालय जाएगी और अपना पर्चा दाखिल करेंगी।
टेंडर हार्ट के 12 विद्यार्थियों ने भारतीय डाक विभाग द्वारा आयोजित क्विज एवं पत्र लेखन प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए 76 हज़ार रुपये का स्कॉलरशिप प्राप्त किया है।
केंद्र में 50-60 साल तक कांग्रेस की सरकार थी। उसने कभी झारखंड अलग राज्य नहीं बनने दिया। उल्टे अलग राज्य की मांग करने वाले लोगों को खरीद लिया।
झारखंड के खूंटी संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अर्जुन मुंडा ने खूंटी जिला के अलग-अलग गांवों में जाकर जनसंपर्क अभियान चलाया।
मां ने दुख जताते हुए कहा कि गांव में आज भी सुविधाओं की घोर कमी है पीने की पानी को लेकर हमें लंबे दूरी तय कर जाना पड़ता है। कई बार प्रशासन के समक्ष बातें रखने के बावजूद आज तक गांव में पीने पानी की समस्या को दूर नहीं किया गया है।
दुर्गा सोरेन जी के देहावसान के बाद जब मुझे और मेरी बेटियों को मेरे ही परिवार द्वारा दरकिनार कर दिया गया तब मुझ जैसे अबोध का बाबा जी ही एकमात्र सहारा बने रहे, उनके संरक्षण में मैंने राजनीति का क, ख, ग...सीखा है, मेरी बेटियों ने अपने बाबा जी उंगली पकड़कर चल